ग्राहक :- 

ग्राहक वह व्यक्ति होता है  जो किसी भी वस्तु को पैसे देकर दुकानदार से खरीद लेता है। ग्राहक एक छोटा सा शब्द है। परन्तु ग्राहक के बिना किसी भी व्यापार की कल्पना नहीं की जा सकती। इस छोटे से शब्द पर पूरा व्यापार-जगत टिका है। जिस दिन यह शब्द व्यापार जगत से हट गया । उस दिन से व्यापार की कल्पना भी बेमानी होगी। संसार की जितनी भी व्यापारी कंपनियां हैं । वे सभी ग्राहक और उपभोक्ता को ध्यान में रखकर आपने उत्पाद का निर्माण करती है। 



व्यापार में ग्राहक  महत्व:-



कोई भी कंपनी ग्राहक को नजरअंदाज नहीं कर सकती । यदि वह ऐसा करती है तो उनका व्यापार कभी सफल हो सकता है। व्यापार की सारी संभावनाएं ग्राहक और उपभोक्ता के निर्णय पर टीकी  होती हैं। वह किसी भी उत्पाद के बिक्री को बढ़ा सकता है और किसी भी उत्पाद के बिक्री को नीचे भी ले जा सकता है।  यह कहना गलत नहीं होगा की व्यापार जगत के लिए ग्राहक भगवान की तरह है।  यदि यह नाराज तो आपका व्यापार समाप्त। यदि कंपनी की सोच सिर्फ उत्पाद बेचने की ही है तो भी कंपनी लंबे समय तक बाजार में नहीं टिक सकती है। उसे आपने ग्राहकों का हर समय हित साधना होगा उसे उत्पाद से संबधिक सेवाएं देने के लिए 24 घंटे तैयार रहना होगा। जिससे उसके ग्राहक और  उपभोक्ता उसके साथ हमेसा जुड़े रहें। 
 
आशा करता हूँ की लेख आपके लिए उपयोगी होगा। लेख से सम्बंधित आपकी कोई राय है तो मुझे कमेंट करें और इस प्रकार के लेख के लिए मुझे फॉलो करें। लेख से संबंधित वीडियो देखने के लिए लिंक को क्लिक करें। धन्यवाद - Mritunjay Pathak