विक्रेता और विक्रेता का व्यापार में महत्व:-

हमने कुछ लेखों ग्राहक के बारे में पढ़ा। जैसे ग्राहक किसे कहते हैं ,ग्राहक के प्रकार ,ग्राहक की अपेक्षाएं और ग्राहक का व्यापार में महत्व आदि । जिस तरह ग्राहक का व्यापार में एक महत्व है उसी प्रकार विक्रेता भी व्यापार में एक अहम् रोल अदा करता है। इसके महत्व को जानने से पहले विक्रेता के बारे में जानते हैं। 

विक्रेता :-



विक्रेता वह व्यक्ति होता है जो पैसे लेकर ग्राहक को सामान उपलब्ध करता है। यहाँ वह हर व्यक्ति या संस्था विक्रेता  है जो अपने या अपनी संस्था के लिए सामान बेचता  है। उदाहरण से समझते हैं जब कोई कंपनी प्रोडक्ट बनाने के लिए कच्चा माल किसी वेंडर से खरीदती है तब वह कंपनी उस वेंडर के लिए ग्राहक हो जाती है और जब प्रोडक्ट को वह अपने चैनल पार्टनर्स को बेचती है तब वह विक्रेता हो जाती है। 
यहाँ जब उस कंपनी का चैनल पार्टनर किसी ग्राहक को वह सामान बेचता है तब वह इस परिस्थिति में विक्रेता होता है। 

 विक्रेता का व्यापार में महत्व:-



विक्रेता कंपनी और ग्राहक  के बीच एक कड़ी का काम करता है। कंपनी और ग्राहक के बीच का रिश्ता विक्रेता पर ही निर्भर करता है। इसका कारण यह है की विक्रेता ग्राहक के काफी नजदीक होता है इस कारण विक्रेता की बात पर ग्राहक उत्पाद को खरीद भी सकता है और नहीं भी। वह कंपनी के उत्पाद को काफी अच्छी सेल दिला सकता है और वह उसे बंद होने की कगार पर भी ला सकता है। इस लिए कंपनी अपने उत्पाद को अधिक से अधिक सेल के लिए विक्रेताओं  की फ़ौज खड़ी करते हैं।  जिस कंपनी के पास जितने अधिक विक्रेता होते हैं उस कंपनी के उत्पाद की बिक्री उतनी अधिक होती है। कहने का तातपर्य यह है की कंपनी के लिए विक्रेता ग्राहक तक पहुंचने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है। 



          आशा करता हूँ विक्रेता और विक्रेता का व्यापार में क्या महत्व है आप समझ गए होंगे।  आपसे अनुरोध है कि यदि लेख से संबंधित आपका कोई सुझाव हो तो हम कमेंट करें।  आप सभी का धन्यवाद - Mritunjay Pathak